मुकाम मेला 2025: बिश्नोईयों का फाल्गुन व आसोज मेला
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| Mukam Mela 2025 |
मुकाम मेला, बिश्नोई समाज के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजनों में से एक है। यह मेला अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के तत्वाधान में व अखिल भारतीय बिश्नोई सेवक दल की देखरेख में प्रतिवर्ष दो बार फाल्गुन और आसोज (आश्विन) महीनों की अमावस्या तिथि को आयोजित होता है। यह मेला बिश्नोई समाज प्रमुख तीर्थस्थल मुक्ति धाम मुकाम में लगता है।
मुकाम मेले का महत्व
मुकाम मेला बिश्नोई समाज के अनुयायियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह उनकी गहरी आस्था और धार्मिक भावनाओं का प्रतीक है। इस मेले में भाग लेने वाले लोग गुरु जंभेश्वर महाराज के दर्शन करते हैं, जो बिश्नोई धर्म के संस्थापक थे।
मेले का आयोजन
मुकाम मेले के दौरान कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनमें जम्भ-जागरण, जाम्भाणी यज्ञ, धर्म-सभा आदि शामिल हैं। जम्भ-जागरण मेले की पूर्व संध्या पर आयोजित किया जाता है, जिसमें भजन-कीर्तन और प्रवचन होते हैं। जाम्भाणी यज्ञ मेले वाले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है, जिसमें श्रद्धालुजन आहुतियां देकर विश्व कल्याण की कामना करते हैं। धर्म-सभा में समाज के गणमान्य लोग, राजनेता और समाजसेवी अपने विचारों से समाज को लाभान्वित करते हैं।
2025 में मुकाम मेले की तिथियां
| मेला | तिथि |
|---|---|
| फाल्गुन मेला | 27 फरवरी 2025 (गुरुवार) |
| आसोज मेला | 21 सितंबर, 2025 (रविवार) |
| विवरण | तिथि/समय | मेला |
|---|---|---|
| फाल्गुन अमावस्या (वि.सं. 2081) | ||
| आरम्भ | 27 फरवरी 2025, गुरुवार प्रातः 08:55 बजे | |
| समाप्ति | 28 फरवरी 2025, शुक्रवार प्रातः 06:14 बजे | |
| फाल्गुन अमावस्या मेला | 27 फरवरी 2025, गुरुवार | मुकाम, समराथल, पीपासर, काठ, जाजीवाल धोरा लोहावट, सोनड़ी, मेघावा, भींयासर |
मुकाम मेले में कैसे पहुंचे
मुकाम मंदिर बीकानेर जिले में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए आप सड़क, रेल या हवाई मार्ग का उपयोग कर सकते हैं। बीकानेर शहर से मुकाम के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
- निकटतम रेलवे स्टेशन: नोखा
- निकटतम एयरपोर्ट: नाल बीकानेर
मुकाम मेले में ठहरने की व्यवस्था
मुकाम मेले में ठहरने के लिए धर्मशालाओं की व्यवस्था है। निकटतम शहर नोखा में होटल की व्यवस्था है। अपनी सुविधानुसार यहां ठहर सकते हैं।
मुकाम मेले से जुड़ी अन्य जानकारी
- मुकाम मेला: धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व का मेला है।
- इस मेले में लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
- मेले के दौरान कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- मुकाम मेला बीकानेर जिले की नोखा तहसील में स्थित बिश्नोई समाज के सबसे बड़े मंदिर मुक्तिधाम मुकाम में भरता है।
मुकाम मेले से संबंधित कुछ और सर्च परिणाम:
- मुकाम मेला कब है 2025: 27 फरवरी 2025
- मुकाम मेला कब है: मुकाम मेला साल में दो बार भरता है इस बार 2025 में मुकाम फाल्गुन मेला 27 फरवरी 2025 व मुकाम आसोज मेला 21 सितंबर 2025 को है।
- मुकाम मेला 2025: 27 फरवरी 2025 और 21 सितंबर 2025
- मुकाम मेला कब लगता है: प्रतिवर्ष फाल्गुन और आसोज माह की अमावस्या को

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