Positive Story: मिट्टी का कर्ज चुका रहे हैं आईआरएस अशोक विश्नोई | IRS Ashok Vishnoi

Positive Story: मिट्टी का कर्ज चुका रहे हैं आईआरएस अशोक विश्नोई  | IRS Ashok Vishnoi

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएँ दुरुस्त करने में सहयोग के साथ-साथ बढ़ा रहे हैं स्वास्थ्य कर्मियों का हौसला


सत्यनारायण सोढ़ा /जोधपुर । गांव ढाणी किसान परिवार में कोई पढ़लिख कर आईएएस,आईआरएस या आरएएस या अन्य कोई  ऊंचे ओहदे पर नोकरी लगता है, तो लोग उसे आईकन बनाकर रखते है। और साहब-साहब कहकर पुकारते है।

ऐसे ऊंचे ओहदे पद मिलने पर अधिकतर लोग गांव परिवार को, नोकरी करते वक्त समय नही मिलने का हवाला देकर भूल जाते है तथा अपनी सालाना छुट्टियां पिकनिक मनाने और परिवार के साथ घूमने में बिताते है। परन्तु नोखड़ा निवासी आईआरएस अशोक विश्नोई पुत्र श्री किशनाराम गोदारा जो वर्तमान में दिल्ली में कस्टम विभाग में डिप्टी कमिश्नर के पद पर सेवा दे रहे है उन्होंने ऐसा नहीं किया । जैसे ही मारवाड़ में कॉरोना से हालात बिगड़ने का समाचार मिला, वो तुरंत जोधपुर की ओर रवाना हो गए तथा पिछले पंद्रह- बीस दिनों से अपनी स्वयं की बचत की राशि और मित्रों से उधार तथा सहायता लेकर इन दिनों  विभिन्न चिकित्सालय में उपकरण व दवाइयां निशुल्क दे रहे है। 

वर्तमान में  मानव जाति में फैला , विकराल तांडव मंचाता कोरोना वायरस से हर कोई भयभीत है। कोई सरकार को कोस रहा है, तो कोई डॉक्टर को कोस रहा है। वैसे जोधपुर में अपणायत ओर सेवा का जज्बा हर कोई रखता है। बहुत सारे लोग शहरी क्षेत्र के लिए कर रहे है, लेकिन ग्रामीण और दूरदराज के छोटे चिकित्सालयों की सुध लेने वाला कोई नहीं है । हालात यह है कि गांवों में कोरोना की मॉनिटरिंग करने के लिए ग्राम कमेटी तो बना दी गई है पर उनके पास प्लसऑक्सीमीटर जैसा छोटा उपकरण भी नहीं है । ऐसे हालात और समय में आईआरएस अशोक ने इन सभी जगह बेसिक सुविधाएं अपने स्तर पर उपलब्ध करवाने का बीड़ा उठाया और पिछले 20 दिन से रात दिन फलोदी क्षेत्र में लगे हुए है । 

फलोदी जिला अस्पताल सहित दर्जनों स्वास्थ्य केंद्रों पर आक्सीजन कंसेंट्रेटर व अन्य जरूरी उपकरणों के लिए दे चुके हैं 20 लाख से अधिक की सहायता

  आईआरएस अशोक विश्नोई ने ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला चिकित्सालय फलोदी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा उप स्वास्थ्य केंद्रों में लाखों के उपकरण भेंट कर चुके है। आईआरएस अशोक नोखड़ा क्षेत्र के विभिन्न चिकित्सालय में पहुंचकर चिकित्साकर्मियो  का हौसला भी बढ़ाने के साथ साथ उनका धन्यवाद भी ज्ञापित कर रहे है। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर फलोदी चिकित्सालय में ऑक्सीजन को लेकर मरीजों को ईलाज के जोधपुर जाने की समस्या को देखकर आईआरएस विश्नोई ने सबसे पहले फलोदी चिकित्सालय में सेवा भारती द्वारा संचालित चिकित्सा सेवा में 11लाख के उपकरण दिये। फिर विश्नोई ने बाप,आऊ,केलनसर, चाखू, नोखड़ा,जैसला, लूणा के चिकित्सालय केंद्रों का दौरा  करके 20 लाख की लागत से अधिक उपकरणों के साथ साथ अन्य आवश्यक किट भेंट किये है।

  • फलोदी

  1. ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर 11 ग्याहर
  2. प्लस ऑक्सामीटर 40
  3. पीपीकिट 200 दौ सौ
  4. सेनेटाईजर 70 लीटर
  5. मास्क (एन-95 ) 250


  • राजकीय सीएचसी केंद्र बाप

  1. ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर-3 
  2. प्लस ऑक्सामीटर 10
  3. फ्लो मीटर -2
  4. सेनेटाईजर 10 लीटर
  5. मास्क N-95- 30 


  • राजकीय सीएचसी केंद्र केलनसर। 

  1. ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर-1
  2. प्लस ऑक्सामीटर 3
  3. फ्लो मीटर -2
  4. सेनेटाईजर 10 लीटर।
  5. मास्क N-95- 20

 साथ ही घंटियाली उप तहसीलदार को 25, प्लस ऑक्सामीटर प्रत्येक ग्राम पंचायतों के लिए। 


  • पीएचसी केंद्र चम्पासर।

  1. प्लस ऑक्सामीटर मीटर-2


  • चाखू-लूणा-

  1. प्लस ऑक्सामीटर,मास्क, सेनेटाईजर 


  • राजकीय सीएचसी केंद्र आऊ।

  1. ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर-3 ।
  2. फ्लो मीटर-2
  3. प्लस ऑक्सामीटर 6
  4. फ्लो मीटर -2
  5. जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर- 7
  6. सेनेटाईजर 10 लीटर।
  7. मास्कN-95-40 

वहीं  2000 पैकेट काढा की व्यवस्था करवाई।

साथ ही नायब तहसीलदार आऊ को 30 प्लस ऑक्सामीटर प्रत्येक ग्राम पंचायतों के लिए। 


  • जैसला उपस्वास्थ्य केंद्र 


 2 प्लस ऑक्सामीटर,1थर्मामीटर 

मास्क,  50 काढ़ा पैकेट ।राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक में मास्क सेनेटाईजर



  • वहीं सामाजिक कार्यकर्ता सत्यनारायण सोढ़ा जैसला को 1प्लस ऑक्सामीटर,30 काढा पैकेट,सेनेटाईजर,N-95 मास्क आदि उपकरण उपलब्ध करवाये। 


 जिनकी लागत बीस।लाख से अधिक होगी।


 

इस महामारी में मेरा कर्त्तव्य है। कि पूरे देश में मेरे से तन,मन,और धन से जो सेवा हो सकती है। वो करनी है। ऐसा नही हो कि मै केवल ऑफिस के काम तक ही सीमित रहूं। 

  भगवान ने मनुष्य जन्म देकर मुझे पेशे से आईआरएस की नोकरी दी है। यानि आज नोकरी मिलने के बाद पूरा भारत मेरा परिवार बन गया। नोकरी से केवल परिवार तक समिति नही रहते है। देश की सेवा करना ही मेरा कर्त्तव्य बनता है।

 आईआरएस अशोक विश्नोई


यह सकारात्मक स्टोरी हमें साप्ताहिक ई-पत्रिका मरुज्योति के प्रधान संपादक सत्यम सोढ़ा ने प्रेषित की है। मरू ज्योति पत्रिका प्राप्त करने या व्यवसाय की जानकारी के लिए सत्यम सोढ़ा से वाट्सएप पर सम्पर्क कर सकते हैं।


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