प्रोफेसर नरसी राम बिश्नोई बने गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति

  प्रोफेसर नरसी राम बिश्नोई बने गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति


प्रोफेसर नरसी राम बिश्नोई बने गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति




पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिकी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर नरसी राम बिश्नोई को हरियाणा सरकार ने गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार में कुलपति के पद पर नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति से जहां विश्वविद्यालय में हर्ष और उल्लास का माहौल है, वहीं विभिन्न सामाजिक एवं शैक्षणिक क्षेत्र में भी उनका भव्य स्वागत हुआ है। संपूर्ण भारत वर्ष में निवास करने वाले बिश्नोई समाज के लिए खुशी एवं गौरव की बात है। करीब 23 वर्ष तक इसी विश्वविद्यालय में विभिन्न पदों पर कार्य करने वाले प्रो. बिश्नोई को विश्वविद्यालय के प्रशासनिक व शैक्षणिक कार्याें की गहन समझ और जानकारी है। शोध एवं अध्यापन के क्षेत्र में उच्चकोटि का अनुभव रखने वाले प्रो. नरसी राम बिश्नोई के नेतृत्व में विश्वविद्यालय निश्चित रूप से उन्नति के शिखर की ओर उन्मुख होगा।  उनका कहना है कि शिक्षा व शोध के क्षेत्र में वे विश्वविद्यालय को विश्व के श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की श्रेणी में लेकर जाएंगे।  प्रो. नरसी राम बिश्नोई सुपुत्र श्री राजाराम जी सीगड़, गांव जण्ड़वाला बिश्नोईयान तहसील डबवाली सिरसा जिले के रहने वाले हैं। उनकी धर्मपत्नी डॉ. वन्दना बिश्नोई, प्राचार्या (से.नि.) राजकीय महाविद्यालय मंगाली, पुत्री कादम्बरी, मैनेजर प्राईस वाटरहाउस कूपरस (पीडब्ल्यूसी) कनाडा में कार्यरत हैं एवं पुत्र प्रद्युम्न, तकनीकी यूनिवर्सिटी ऑफ म्युनिक (जर्मनी) से स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं। जहां तक प्रो. बिश्नोई के कार्य क्षेत्र में अनुभव का संबंध है, उन्होंने पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग के अध्यक्ष, नाॅन ऑफ कनवेंशनल सोर्सिज  एनर्जी एंड इनवायर्नमैंटल साईंसिज के अधिष्ठाता, डीन ऑफ काॅलेजिज, डीन ऑफ फैकल्टी ऑफ लाॅ तथा डीन ऑफ रिसर्च जैसे प्रतिष्ठित एवं सम्मानित पदों पर अपनी सेवाएं प्रदान की है। उनके दिशा-निर्देशन में 22 से ज्यादा शोधार्थियों ने पीएच.डी. तथा 78 से अधिक ने एमटेक में डिजरटेशन पूर्ण किया है तथा इसके साथ-साथ 170 से ज्यादा शोध पत्र विश्व के उच्चकोटि के  विभिन्न जर्नलों में प्रकाशित हुए हैं।  स्वच्छ तकनीक में दक्षता प्राप्त शीर्ष वैज्ञानिक प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने वित्तीय अनुदान प्रदान करने वाले संस्थान जैसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, एआईसीटीई तथा एचएससीएसटी के विभिन्न महत्वपूर्ण आरएंडडी प्रोजेक्ट अति विशिष्टता के साथ सम्पन्न किए हैं। प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने उच्चत्तर शैक्षणिक रिकाॅर्ड के साथ चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय से प्लांट फिजियोलाॅजी में एमएससी एवं पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की व 1992 से 1998 तक वहीं पर अध्यापन व शोध के क्षेत्र में कार्य किया। गत वर्ष 2020, 2021 तथा 2022 में अमेरिका के स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा जारी दुनिया के दो प्रतिशत शीर्ष वैज्ञानिकों की सूची में नाम दर्ज होने से उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त हुई है।  प्रो. बिश्नोई का गूगल साइटेशन 6329, एच-इंडेक्स 43, गूगल आई 10 इंडेक्स 84 है।  प्रो. नरसी राम बिश्नोई को पर्यावरण विज्ञान के क्षेत्र में अनेक उत्कृष्ट पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है, जिनमें एनईएसए (नेशनल इनवायर्नमैंट साईंस एकेडमी, नई दिल्ली) फैलोशिप अवार्ड 2021, बेस्ट साईटिस्ट अवार्ड 2015, डॉ. एसए सालगरे बेस्ट साईंटिस्ट अवार्ड 2019, राष्ट्रीय गौरव अवार्ड 2010 शामिल है।  वे विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद् व शैक्षणिक परिषद् के सदस्य के अलावा कई व्यावसायिक/शैक्षणिक निकायों के सदस्य के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।  इसके अलावा प्रो. बिश्नोई ने हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पंचकूला के साथ-साथ विभिन्न राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय शैक्षणिक एवं व्यावसायिक निकायों और कमेटियों में विषय विशेषज्ञ/सदस्य के रूप में सेवाएं दी हैं।  प्रो. नरसी राम बिश्नोई कई अंतरराष्ट्रीय/राष्ट्रीय संस्थानों/विश्वविद्यालयों के सहयोगी के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।

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