खेजड़ली बलिदान ( Bishnoi Movement ) : चौरासी की सूची
खेजड़ली बलिदान (Bishnoi Movement) के समय मारवाड़ के विश्नोई बहुल गांवों में चिट्ठी (पत्र) भेज कर आसन खतरे की सूचना करवाई गई थी। उस सूचना को पाकर इस बलिदान के समय चौरासी गांवों के लोग खेजड़ली आये थे। इस महाबलिदान में दर्जनों गांवों के 363 लोग - शहीद हुए थे। तभी से मारवाड़ में विश्नोई समाज में किसी महाभोज के समय चौरासी गांवों के लोगों को निमन्त्रित करने की परम्परा प्रारम्भ हुई। जिसके मूल में इस घटना तथा उन गांवों के शहीदों को स्मरण करना रहा होगा। यह महाभोज परम्परा चौराई या चौरासी के नाम से जानी जाती है। चौराई या चौरासी महाभोज में निमन्त्रित किये जाने वाले गांवों की सूची इस प्रकार है।
- अरटिया कला
- अरटिया खुर्द
- ओलखी
- कानावास
- कापरड़ा
- कुड़ू
- केरू
- कुडछी
- कोसाणा
- खाबड़ा
- खिन्दाकौर
- खुडाला
- खेजड़ली
- खेतासर
- खोखरियां
- गुड़ा
- चाडी
- चैराई
- जाखण
- जाटियावास
- जुढ
- जुणादेसर
- जोलियाली
- झालामण्ड
- झालामलिया
- डाबडी
- डांवरा
- डोली
- ढिंकाई (उम्मेदनगर )
- तापू
- ताम्बड़ियां कलां
- ताम्बड़िया खुर्द
- तिलवासनी कला
- तिलवासनीखुर्द
- देसुरिया
- धवा
- घोरू
- नेतड़ा
- नादिया प्रभावती
- नोसर
- पीथावास
- पांचला
- पांवोड़ी
- पीलवा
- फिटकासनी
- फींच
- बासनी
- बांवरला
- विसलपुर
- बंदड़ा
- बिराणी
- बाला
- बेरू
- बागोरिया
- बुड़चा
- बेगड़िया
- बोयल
- भगतासनी
- भाखरासनी
- भवाद
- भीकमकौर
- मेहलबा
- मलार
- मोडी
- मतोड़ा
- रामड़ावास
- रोहिचां
- रावर
- रसीदा
- रिड़मलसर
- राडीवा
- रूड़कली
- लाम्बा
- लुणावास खारा
- लोरड़ी
- सागंसनी
- सालोड़ी
- सुरसुरा
- सरमण्डी
- हिंगोणिया
- हिंगोली
- हुणगांव
- हाणिया
- हरलाई
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